कभी नहीं सताएगी पैसों की चिंता अगर करेंगे ये काम
कभी नहीं सताएगी पैसों की चिंता अगर करेंगे ये काम
25 Sep 2017,
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नई दिल्ली (जेएनएन)। छोटी उम्र में निवेश करने की शुरुआत की सलाह हर कोई देता है। लेकिन क्या कभी निवेश से पहले आपने यह सोचा है कि एफडी या म्युचुअल फंड में निवेश कितने वर्षों के लिए किया है? या कभी निवेश से करने से पहले अपने निवेश उदेश्य के बारे में सोचा है? अधिकांश लोग इन सब के बारे में नहीं सोचते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि निवेश के उदेश्य स्पष्ट रखेंगे यानि कि घर, गाड़ी, बच्चों की पढ़ाई आदि तो यह ज्यादा अनुशासित होता है। साथ ही यह भविष्य की जरूरतों को पूरा करने में मददगार भी होगा।
जानिए बचत क्यों है जरूरी
बचत शुरू करने से पहले यह जान लें कि आप सेविंग क्यों कर रहे हैं। अधिकांश लोगों के अहम लक्ष्य भविष्य की आपात जरूरत (नौकरी का अचानक छूटना या आकस्मिक बीमारी के ग्रस्त होना), बच्चों की शिक्षा और शादी में होने वाले खर्च, या रिटायरमेंट के बाद जीवनयापन के लिए आर्थिक सहारा होते हैं।
बचत कितनी और कैसे करें?
बचत की शुरुआत करने से पहले दो बातें जरूर जान लें। पहला यह कि कितनी बचत की जाए और दूसरा यह कि निश्चित आय में से बचत राशि कैसे अलग करें। इसके लिए अपनी आय में से टैक्स और अन्य कटौतियों को घटा लें। अब अपनी वास्तिवक आय को एक जगह लिख लें। इसे बाद अपने निश्चित खर्चों की एक लिस्ट बना लें जैसे घर का राशन, बिजली, पानी बिल आदि। इसके बाद अपने खर्चों की समीक्षा करें। जानकारी के लिए बता दें कि सामान्य स्थिति में अपनी वास्तविक आय का करीब 20 फीसद हिस्सा बचत के लिए रख लें।
बचत के साथ निवेश भी है जरूरी
इंप्लॉई प्रोविडेंट फंड (ईपीएफ) बचत और निवेश का अच्छा विकल्प है। इसमें एक खास बात यह है कि आपकी सैलरी आपके हाथ में आने से पहले ईपीएफ का हिस्सा काट लिया जाता है। साथ ही अन्य निवेश विकल्पों की तुलना में यह दीर्घ अवधि के लिए होता है। कमाई और निवेश के साथ-साथ यह जानना भी जरूरी है कि टैक्स कैसे बचाया जा सकता है। इसका समाधान ईएलएसएस है। यह एक प्रकार के टैक्स सेविंग म्युचुअल फंड होते हैं। इनपर 80सी के तहत टैक्स छूट प्राप्त होती है। निवेश जानकारों की माने तो आप को अपनी टेक होम सैसरी का लगभग 20 से 30 फीसद निवेश इक्विटी फंड में करना चाहिए।
25 Sep 2017,
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नई दिल्ली (जेएनएन)। छोटी उम्र में निवेश करने की शुरुआत की सलाह हर कोई देता है। लेकिन क्या कभी निवेश से पहले आपने यह सोचा है कि एफडी या म्युचुअल फंड में निवेश कितने वर्षों के लिए किया है? या कभी निवेश से करने से पहले अपने निवेश उदेश्य के बारे में सोचा है? अधिकांश लोग इन सब के बारे में नहीं सोचते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि निवेश के उदेश्य स्पष्ट रखेंगे यानि कि घर, गाड़ी, बच्चों की पढ़ाई आदि तो यह ज्यादा अनुशासित होता है। साथ ही यह भविष्य की जरूरतों को पूरा करने में मददगार भी होगा।
जानिए बचत क्यों है जरूरी
बचत शुरू करने से पहले यह जान लें कि आप सेविंग क्यों कर रहे हैं। अधिकांश लोगों के अहम लक्ष्य भविष्य की आपात जरूरत (नौकरी का अचानक छूटना या आकस्मिक बीमारी के ग्रस्त होना), बच्चों की शिक्षा और शादी में होने वाले खर्च, या रिटायरमेंट के बाद जीवनयापन के लिए आर्थिक सहारा होते हैं।
बचत कितनी और कैसे करें?
बचत की शुरुआत करने से पहले दो बातें जरूर जान लें। पहला यह कि कितनी बचत की जाए और दूसरा यह कि निश्चित आय में से बचत राशि कैसे अलग करें। इसके लिए अपनी आय में से टैक्स और अन्य कटौतियों को घटा लें। अब अपनी वास्तिवक आय को एक जगह लिख लें। इसे बाद अपने निश्चित खर्चों की एक लिस्ट बना लें जैसे घर का राशन, बिजली, पानी बिल आदि। इसके बाद अपने खर्चों की समीक्षा करें। जानकारी के लिए बता दें कि सामान्य स्थिति में अपनी वास्तविक आय का करीब 20 फीसद हिस्सा बचत के लिए रख लें।
बचत के साथ निवेश भी है जरूरी
इंप्लॉई प्रोविडेंट फंड (ईपीएफ) बचत और निवेश का अच्छा विकल्प है। इसमें एक खास बात यह है कि आपकी सैलरी आपके हाथ में आने से पहले ईपीएफ का हिस्सा काट लिया जाता है। साथ ही अन्य निवेश विकल्पों की तुलना में यह दीर्घ अवधि के लिए होता है। कमाई और निवेश के साथ-साथ यह जानना भी जरूरी है कि टैक्स कैसे बचाया जा सकता है। इसका समाधान ईएलएसएस है। यह एक प्रकार के टैक्स सेविंग म्युचुअल फंड होते हैं। इनपर 80सी के तहत टैक्स छूट प्राप्त होती है। निवेश जानकारों की माने तो आप को अपनी टेक होम सैसरी का लगभग 20 से 30 फीसद निवेश इक्विटी फंड में करना चाहिए।
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